भोले ले चल काशी धाम। जहां बिराजे गोरा रानी गणपति सरकार। भोले ले चल काशी धाम।
शीश भोले के जटा बिराजे। जटा बिराजे रामा जटा बिराजे। उनकी जटा से बहती रहती गंगा की धार।भोले ले चल काशी धाम।
गले भोले के रूण्डों की माला। रूण्डों की माला रामा रूण्डों की माला। उनके गले में लिपटे रहता विषधर काला नाग। भोले ले चल काशी धाम।
हाथ भोले के त्रिशूल विराजे। त्रिशूल विराजे रामा त्रिशूल विराजे। उनके हाथों में बजता रहता डमरू चारों धाम। भोले ले चल काशी धाम।
पांव में भोले के खड़ाऊ बिराजे। खड़ाऊ बिराजे रामा खड़ाऊ बिराजे। उनके पांव में बजती रहती घुंघरू की झंकार। भोले ले चल काशी धाम।
भोले ले चल काशी धाम। जहां बिराजे गोरा रानी गणपति सरकार। भोले ले चल काशी धाम।