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श्याम भजन लिरिक्स

Mera shyam ne pakda hath ki rahta har pal mere sath,मेरा श्याम ने पकड़ा हाथ की रहता हर पल मेरे साथ,shyam bhajan

मेरा श्याम ने पकड़ा हाथ, की रहता हर पल मेरे साथ,



तर्ज- मेरे बांके बिहारी लाल तू ।

मेरा श्याम ने पकड़ा हाथ, की रहता हर पल मेरे साथ, अकेला मत समझो, अकेला मत समझो।।

जबसे इसने अपनाया है, जीने का ढंग सिखलाया है, मन में रहता उत्साह, नहीं अब सुख दुःख की परवाह, अकेला मत समझो, अकेला मत समझो।।



मैं जग में निर्भय घूम रहा, इसकी मस्ती में झूम रहा, इसने बदली तकदीर, मिटाके हर मुश्किल गंभीर, अकेला मत समझो, अकेला मत समझो।।



मिलते है इसके दीवाने, कुछ जाने और कुछ अंजाने, उनसे मिलता जो प्यार, क्या देगा कोई रिश्तेदार, अकेला मत समझो, अकेला मत समझो।



ये प्यार बहुत ही करता है, और भाव हृदय में भरता है, ‘बिन्नू’ का ये मनमीत, झुमके गाऊं इसके गीत, अकेला मत समझो, अकेला मत समझो।।



मेरा श्याम ने पकड़ा हाथ, की रहता हर पल मेरे साथ, अकेला मत समझो, अकेला मत समझो।।

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