तर्ज- दो हंसो का जोड़ा
है तुमको हमारी फिकर सांवरे, इसी बात का है शुकर सांवरे, रखता पल पल तू मेरी खबर, इसी बात का है शुकर सांवरे।
है तेरी कृपा से गुजारा हमारा, पग पग में मिलता है तेरा सहारा, हमको तुमने दिखाई डगर सांवरे, इसी बात का है शुकर सांवरे।
कहती है दुनिया ये हारा हुआ है, हारा है जो भी तुम्हारा हुआ है, जग में तुमने बढ़ाई कदर साँवरे, इसी बात का है शुकर सांवरे ।
राहों पे तेरी चलता रहूं मैं, तेरी छत्र छाया में पलता रहूं मैं, रखी कर्मों पे मेरे नज़र सांवरे, इसी बात का है शुकर सांवरे ।
रखा ना उदास तुमने तोड़ी ना आशा, रस्ते के पत्थर को तुमने तराशा, हो रही मौज में अब गुजर सांवरे, इसी बात का है शुकर सांवरे ॥
कहता है ‘रोमी’ तेरी चौखट ना छूटे, रूठे जमाना हमसे बाबा ना रूठे, छूटे सुख दुःख में तेरा ना दर सांवरे,इसी बात का है शुकर सांवरे।
है तुमको हमारी फिकर सांवरे, इसी बात का है शुकर सांवरे, रखता पल पल तू मेरी खबर, इसी बात का है शुकर सांवरे।