तर्ज, तूतक तूतक तूतक तूतिया
मेरी झोली भर दीजिये, श्याम बाबा,
मेरा काम कर दीजिये, श्याम बाबा…….
मैं आया हूँ शरण तुम्हारी, मुझको गले लगाना,
सारी दुनिया ने ठुकराया, तुम तो अपना बनाना,
सिर हाथ रख दीजिये, श्याम बाबा,
मेरा काम कर दीजिये, श्याम बाबा…….
मैं हूँ तेरे दर का भिखारी, छोड़ तुझे कहाँ जाऊं,
तू ही मेरा इष्ट देव है, तेरी महिमा गाऊं,
अपनी शरण में लीजिये, श्याम बाबा,
मेरा काम कर दीजिये, श्याम बाबा…….
सारी दुनिया छोड़ के बाबा, आया तुझे मनाने,
तू जाने या मैं जानू, इसे और कोई ना जाने,
मेरी अर्जी सुन लीजिये, श्याम बाबा,
मेरा काम कर दीजिये, श्याम बाबा……
जबसे तेरा साथ मिला, खुशियां ही खुशियां छायी,
“बनवारी’ सूने जीवन में, बजने लगी शहनाई,
मेरा दुःख हर लीजिये, श्याम बाबा,
मेरा काम कर दीजिये, श्याम बाबा…….
मेरी झोली भर दीजिये, श्याम बाबा,
मेरा काम कर दीजिये, श्याम बाबा……