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श्याम भजन लिरिक्स

Mharo babo mhare sage o fir mane dar kayi baat ro lage,म्हारो बाबो म्हारे सागओ फिर मन्न डरकाई बात रो लागे,shyam bhajan

म्हारो बाबो म्हारे सागे,
ओ फिर मन्न डर,
काई बात रो लागे,

तर्ज, काल्यो कूद पडयो

म्हारो बाबो म्हारे सागे,
ओ फिर मन्न डर,
काई बात रो लागे,
म्हारो बाबो म्हारे सागे,
ओ फिर मन्न डर,
काई बात रो लागे,
मैं तो मौज मनावां रे,
ओ, म्हारो बाबो म्हारे सागे,
ओ फिर मन्न डर,
काई बात रो लागे,
म्हे तो नांचा,
लगा कर जोर।



ओ म्हे तो झूम झूम के गावां,
बाबा ने मीठा भजन सुनावां,
म्हे तो छम छम नाचा रे,
ओ, म्हारो बाबो म्हारे सागे,
ओ फिर मन्न डर,
काई बात रो लागे,
म्हे तो नांचा,
लगा कर जोर।



ओ थारा घूंघर वाळा केश,
केश थारो मनमोहन रो वेश,
ओ थारा घूंघर वाळा केश,
केश थारो मनमोहन रो वेश,
ओ थारी निजरां उतारां रे,
ओ, म्हारो बाबो म्हारे सागे,
ओ फिर मन्न डर,
काई बात रो लागे,
म्हे तो नांचा,
लगा कर जोर।



फूलां से थाणे गजब सजायो,
भक्त थारे चन्दन लेप लगायो,
के बनड़ो आज सजावाँ रे,
ओ, म्हारो बाबो म्हारे सागे,
ओ फिर मन्न डर,
काई बात रो लागे,
म्हे तो नांचा,
लगा कर जोर।



तू तो सेठ बड़ो दातार,
थारो नाम है लखदातार,
के झोली भर भर के,
ल्यावा रे,
ओ, म्हारो बाबो म्हारे सागे,
ओ फिर मन्न डर,
काई बात रो लागे,
म्हे तो नांचा,
लगा कर जोर।

म्हारो बाबो म्हारे सागे,
ओ फिर मन्न डर,
काई बात रो लागे,
म्हारो बाबो म्हारे सागे,
ओ फिर मन्न डर,
काई बात रो लागे,
मैं तो मौज मनावां रे,
ओ, म्हारो बाबो म्हारे सागे,
ओ फिर मन्न डर,
काई बात रो लागे,
म्हे तो नांचा,
लगा कर जोर।

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