तर्ज- काली कमली वाला
शेरावाली का सजा दरबार है, माँ की महिमा जग में अपरम्पार है, अपरम्पार है अपरम्पार है, शेरावाली का सजा दरबार है, माँ की महिमा जग मे अपरम्पार है।
जगजननी तू है दुखहरणी, तू ही है मंगलकरणी, तेरे चरणों में सारा संसार है, तेरे चरणों में सारा संसार है, माँ की महिमा जग मे अपरम्पार है, शेरावाली का सजा दरबार है, माँ की महिमा जग मे अपरम्पार है।
जगदम्बा तू भोली भाली, तेरी महिमा जग से निराली, मेहरवाली करुणा की भंडार है, मेहरवाली करुणा की भंडार है, माँ की महिमा जग मे अपरम्पार है, शेरावाली का सजा दरबार है, मां की महिमा जग मे अपरम्पार है।
जोतावाली तू माँ काली, करती सबकी तू रखवाली, तुमसे ही माँ श्रष्टि का आधार है, तुमसे ही माँ श्रष्टि का आधार है, माँ की महिमा जग मे अपरम्पार है, शेरावाली का सजा दरबार है,माँ की महिमा जग मे अपरम्पार है ।
तेरे दरश को मैं हूँ प्यासा, तुझसे ही माँ मुझको आशा, दर्शन दोगी तेरा ये इकरार है, दर्शन दोगी तेरा ये इकरार है, माँ की महिमा जग मे अपरम्पार है, शेरावाली का सजा दरबार है, माँ की महिमा जग मे अपरम्पार है।
शेरावाली का सजा दरबार है, माँ की महिमा जग में अपरम्पार है, अपरम्पार है अपरम्पार है,