सच्चे मन से मैया के, दरबार जाओगे, तभी तो मैया रानी का, दीदार पाओगे।
ज्ञान का अग्नि कुंड जलाओ, उसमे अहम अपना सारा गलाओ, अपने अहम को जब भक्तो, तुम मार पाओगे, तभी तो मैया रानी का, दीदार पाओगे।सच्चे मन से मैया के, दरबार जाओगे, तभी तो मैया रानी का, दीदार पाओगे।
मैया कभी नहीं मिलती है धन से, मैया तो मिलती है सच्ची लगन से, बन के भिखारी जब मैया के, द्वार जाओगे, तभी तो मैया रानी का, दीदार पाओगे।सच्चे मन से मैया के, दरबार जाओगे, तभी तो मैया रानी का, दीदार पाओगे।
मैया की भक्ति से शक्ति मिलेगी, भक्ति की शक्ति से मुक्ति मिलेगी, भवसागर से ‘शर्मा’ तब ही, पार जाओगे, तभी तो मैया रानी का, दीदार पाओगे।सच्चे मन से मैया के, दरबार जाओगे, तभी तो मैया रानी का, दीदार पाओगे।