सब कोई झूमो नाचो, माँ आने वाली है। चुनड़ ओढ़ रही है रथ पे चढ़ने वाली है ।।
लगाया जैकारा ऐसा सुनाई दे गया उसको, लगी है भीड़ भक्तों की दिखाई दे गया उसको, थोड़ा सबर करो ये बनड़ी बनने वाली है ॥ १ ॥सब कोई झूमो नाचो, माँ आने वाली है। चुनड़ ओढ़ रही है रथ पे चढ़ने वाली है ।।
हमारी किस्मत तो देखो मेरी सेठानी आएगी, गुजारा हो रहा जिससे वो मातारानी आएगी, हम फरयादी वो दरबार लगाने वाली है ।।२॥सब कोई झूमो नाचो, माँ आने वाली है। चुनड़ ओढ़ रही है रथ पे चढ़ने वाली है ।।
मिलेगा सारे भक्तों को खजाना साथ लाएगी, कोई ना खाली जाएगा, सबकी झोली भर जाएगी, जमा किया जो आज वो लुटाने वाली है ।। ३ ॥सब कोई झूमो नाचो, माँ आने वाली है। चुनड़ ओढ़ रही है रथ पे चढ़ने वाली है ।।
पहुंचने वाली है भक्तों, करो किर्तन जरा जमकर, जरा स्वागत में “बनवारी”, दिखावों सारे नच नच कर जमा नहीं ऐसा वो रंग जमाने वाली है । ४ । ।सब कोई झूमो नाचो, माँ आने वाली है। चुनड़ ओढ़ रही है रथ पे चढ़ने वाली है ।।