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रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Mehandi rachni Soni si mandale meri ma,मेहन्दी राचणी सौणी सी मण्डाले मेरी माँ,dadi bhajan

मेहन्दी राचणी सौणी सी, मण्डाले मेरी माँ,

(तर्ज : घड़लो थामले देवरिया…)

मेहन्दी राचणी सौणी सी, मण्डाले मेरी माँ, टाबरिये ने झुंझनु बुलाले मेरी माँ ।।



लाल सुरंगी हाथां रचास्युं,
खूब जतन सूं घोल के ल्यास्युं, तेरे दास की या आस पुरादे मेरी माँ ।।सिरपे प्यार से तू हाथ फिरादे मेरी माँ ।।मेहन्दी राचणी सौणी सी, मण्डाले मेरी माँ, टाबरिये ने झुंझनु बुलाले मेरी माँ ।।



मेहन्दी की नहीं माँ मण्डाई,
दीज्यो थारे मन की चाही,
मेहन्दी माण्डण दर थारे आऊं।
मावड़ली थारा दरसण पाऊँ, मेरे कालजे की प्यास बुझादे मेरी माँ ।। मेहन्दी राचणी सौणी सी, मण्डाले मेरी माँ, टाबरिये ने झुंझनु बुलाले मेरी माँ ।।



“हर्ष” ज्यूँ मेहन्दी हाथां रचेगी,
टाबरिये सूं माँ प्रीत बढ़ेगी, तेरे लाल ने चरणां में बिठाले मेरी माँ ।। मेहन्दी राचणी सौणी सी, मण्डाले मेरी माँ, टाबरिये ने झुंझनु बुलाले मेरी माँ ।।

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