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रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Dadiji sawaniye me aao,दादीजी, सावणियै मँ आवो थानै न्यूतो देय बुलावाँ आवो आवो म्हारी माँ,dadi bhajan

दादीजी, सावणियै मँ आवो
थानै न्यूतो” -३, देय बुलावाँ, आवो आवो म्हारी माँ।

तर्ज-बन्ना रे बागां मँ झूला घाल्या

दादीजी, सावणियै मँ आवो
थानै न्यूतो” -३, देय बुलावाँ, आवो आवो म्हारी माँ।



सावण मँ, झूलण को उच्छब है “थाने झूलै”-३, पर बैठावाँ, आवो आवो म्हारी माँ।दादीजी, सावणियै मँ आवो
थानै न्यूतो” -३, देय बुलावाँ, आवो आवो म्हारी माँ।



सावण का झूला बहोत सुहाणा। “थानै झोंटा” – ३, देर झुलावाँ, आवो आवो म्हारी मां।दादीजी, सावणियै मँ आवो
थानै न्यूतो” -३, देय बुलावाँ, आवो आवो म्हारी माँ।



झूला नै, फूलों से सिणगारया। “थां पै खुशबू”-३, खूब लुटावाँ, आवो आवो म्हारी मा।दादीजी, सावणियै मँ आवो
थानै न्यूतो” -३, देय बुलावाँ, आवो आवो म्हारी माँ।



दादीजी, झूलण के मिस आज्यो। “रवि केहै”-३, दर्शण पावाँ, आवो आवो म्हारी मा।दादीजी, सावणियै मँ आवो
थानै न्यूतो” -३, देय बुलावाँ, आवो आवो म्हारी माँ।

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