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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Kanha dhire se pakdo ye aachal mera paaw yamuna me mera fisal jayega,कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरापांव यमुना में मेरा फिसाल जाएगा,krishna bhajan

कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरा
पांव यमुना में मेरा फिसाल जाएगा।

कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरा
पांव यमुना में मेरा फिसाल जाएगा।


रोज़ की दिल्लगी श्याम अच्छी नहीं
कोई देखेंगा तो भेद खुल जाएगा
रोज़ की दिल्लगी श्याम अच्छी नहीं
कोई देखेंगा तो भेद खुल जाएगा
कोई देखेंगा तो भेद खुल जाएगा।कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरा
पांव यमुना में मेरा फिसाल जाएगा।कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरा
पांव यमुना में मेरा फिसाल जाएगा।



श्याम तुमको माने को आई हूं मैं
संग माखन और मिश्री लेई हूं मैं
संग माखन और मिश्री लेई हूं मैं
श्याम जल्दी से खा लो ये माखन मेरा
वार्ना सारा का सारा पिघल जाएगा
श्याम जल्दी से खा लो ये माखन मेरा
वार्ना सारा का सारा पिघल जाएगा
कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरा
पौं यमुना में मेरा फिसाल जाएगा
कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरा
पौं यमुना में मेरा फिसाल जाएगा
कोई देखेंगा तो भेद खुल जाएगा।



श्याम तेरे मेरे प्यार को नज़र ना लगे
यहाँ दुश्मन है सारे कोई न सगे
यहाँ दुश्मन है सारे कोई न सगे-x2
श्याम काजल का टीका लगा लिजियें
कोई देखेंगे से फिर मचाल जाएगा
श्याम काजल का टीका लगा लिजियें
कोई देखेंगे से फिर मचाल जाएगा
कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरा
पौं यमुना में मेरा फिसाल जाएगा
कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरा
पौं यमुना में मेरा फिसाल जाएगा
कोई देखेंगा तो भेद खुल जाएगा।



श्याम सर से ये हाथ हटाना नहीं:
मेरा दुनिया में कोई ठिकाना नहीं
मेरा दुनिया में कोई ठिकाना नहीं
तेरा क्या जाएगा मेरे भोले पिया
मेरा बड़ादा मुक्दार सवार जाएगा
कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरा
पौं यमुना में मेरा फिसाल जाएगा
कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरा
पौं यमुना में मेरा फिसाल जाएगा
रोज़ की दिल्लगी श्याम अच्छी नहीं
कोई देखेंगा तो भेद खुल जाएगा
रोज़ की दिल्लगी श्याम अच्छी नहीं
कोई देखेंगा तो भेद खुल जाएगा
कोई देखेंगा तो भेद खुल जायेगा।कान्हा धीरे से पकड़ो ये आंचल मेरा
पांव यमुना में मेरा फिसाल जाएगा।

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