तर्ज – अगर किस्मत से
गजानंद गौरी जी के लाला, मेरी महफिल में आ जाना।मनाएं आज हम तुमको, मेरी महफिल में आ जाना।
गजानंद शिव के प्यारे हो, गौरा के दुलारे हो। धरु मे ध्यान चरणों में, गजानंद आप आ जाना। गजानन्द गौरी जी के लाला, मेरी महफिल में आ जाना।
रिद्धि सिद्धि के दाता हो, भक्तो के विधाता हो। मनाये आज हम तुमको, गजानंद आप आ जाना। गजानन्द गौरी जी के लाला, मेरी महफिल में आ जाना ।
तेरा वंदन करे निशदिन, जगत के प्राणी हम सब मिल। मेहर की एक नज़र हम पर भी अब, सरकार कर जाना। गजानन्द गौरी जी के लाला, मेरी महफिल में आ जाना।
गजानंद गौरी जी के लाला, मेरी महफिल में आ जाना, मनाएं आज हम तुमको, मेरी महफिल में आ जाना ।