तर्ज – हाल क्या है दिलों का
श्याम कलयुग के, भक्तों से बचना जरा, तुमको रिश्वत का, चस्का लगा देंगे ये, देंगे माखन तो होगा, ना वो भी खरा, दूध पानी मिला के, पिला देंगे ये श्याम कलयुग के, भक्तों से बचना जरा।
श्याम तुम भोले भाले दयालु बड़े, पर तुम्हारे भगत श्याम चालु बड़े, मांगते वक्त लहजा खुशामंद भरा, बाद में आँखे तुमको दिखा देंगे ये, देंगे माखन तो होगा, ना वो भी खरा, दूध पानी मिला के, पिला देंगे ये श्याम कलयुग के,भक्तों से बचना जरा।
काम लाखों करोडों का करवाएंगे, तुमको ग्यारह रूपए में ही बहकाएंगे, इनसे सौदा उधारी का जो कर लिया, काम होने पे चक्कर कटा लेंगे ये, देंगे माखन तो होगा, ना वो भी खरा, दूध पानी मिला के, पिला देंगे ये श्याम कलयुग के, भक्तों से बचना जरा।
इनकी बातों में आना ना तुम श्याम जी, वरना तुमको ये कर देंगे बदनाम जी, तुमको डिस्को की देंगे सीखा ये अदा, और डीजे पे तुमको नचा देंगे ये, देंगे माखन तो होगा, ना वो भी खरा, दूध पानी मिला के, पिला देंगे ये श्याम कलयुग के, भक्तों से बचना जरा।
तुम सजे संवरे इनको मिले गर कहीं, मौका पाकर तुम्हे लूट लेंगे वहीं, छीन लेंगे मुकुट देंगे बंसी गिरा, हाल बेहाल नटवर बना देंगे ये, देंगे माखन तो होगा, ना वो भी खरा, दूध पानी मिला के, पिला देंगे ये, श्याम कलयुग के, भक्तों से बचना जरा।
श्याम कलयुग के, भक्तों से बचना जरा, तुमको रिश्वत का, चस्का लगा देंगे ये, देंगे माखन तो होगा, ना वो भी खरा, दूध पानी मिला के, पिला देंगे ये श्याम कलयुग के, भक्तों से बचना जरा।