शंभु महादेव जय जय शंकरा,
शंभु महादेव जय जय शंकरा,
शंभु महादेव जय जय शंकरा,
शम्भो…….
ओ मेरे शंकरा हो,
मौन में बैठा है तू,
ओ मेरेया शंकरा हो,
मौन में बैठा है तू,
हो तेरे दर्शन को,
हो तेरे दर्शन को,
तरसे मेरी रूह,
मेरेया शंकरा हो,
मौन में बैठा है तू।
हो बैठा कैलाश में तू,
अनंत आकाश में तू,
हो बैठा कैलाश में तू,
अनंत आकाश में तू,
हो पग पग मैं चलिया,
हो पग पग मैं चलेया
मिलने की आस में हूँ,
मेरेया शंकरा हो,
मौन में बैठा है तू।
हो तू है तो मैं हूँ,
तुझ बिन मैं क्या हूँ,
हो तू है तो मैं हूँ,
तुझ बिन मैं क्या हूँ।
हो मन बैरागी हुआ,
हो मन बैरागी हुआ,
तेरी लगन में हूँ,
मेरेया शंकरा हो
मौन में बैठा है तू।
हो मेरी डोर बंधी,
मैं तुझमें समा रहा हूँ,
हो मेरी डोर बंधी,
मैं तुझमें समा रहा हूँ,
हो सांसो की माला में
हो सांसो की माला में
तेरा ही नाम जपूँ
मेरेया शंकरा हो
मौन में बैठा है तू।
हो मतलब दे रिश्ते,
तेरी दुनिया में कैसे रहूँ,
हो मतलब दे रिश्ते,
तेरी दुनिया में कैसे रहूँ,
हो आऊं जब मिलने
मैं आऊं जब मिलने
शरण में लेना तू
मेरेया शंकरा हो
मौन में बैठा है तू।
जग को तारने वाला हो,
मेरा भोला भंडारी,
कष्ट मिटाने वाला हो,
मेरा भोला भंडारी,
जग को तारने वाला हो
मेरा भोला भंडारी,
कष्ट मिटाने वाला हो,
मेरा भोला भंडारी।