सेठा का सेठ मडंपिया, मायने सांवरिया म्हारा, बेठा बेठा मडंपिया नगरी माय ।।
जुलणी ग्यारस ने जुलो, आप तो सावरिया मारा, जुलो रे जुलावे मडंपिया माय, सावरिया मारा।।
चोदस का खुले खजाना, मोकला सावरिया मारा, निकले कई लाख करोड रे, सावरिया मारा।।
डंपिया मे मोटो मदिंर, सोवणो सावरिया मारा, बेठा बेठा मजल मेवाड मे, सावरिया मारा।।
काला पण गणा रूपाला, आप तो सावरिया मारा, महिमा को पायो कोनी पार, रे कानुडा मारा ।।
सोना चांदी का गहणा, मोकला सावरिया मारा, चांदी का बणीया हे वेवाण रे, सावरिया मारा।।
हाथ जोडने ऊबो द्वार पे, सावरिया मारा, सुनिल आयो हे शरणा माय ने, सावरिया मारा।।
सेठा का सेठ मडंपिया, मायने सांवरिया म्हारा, बेठा बेठा मडंपिया नगरी माय ।।