बाबा थांसे सांस सांस में आश,कोई थांसे सांस सांस में आश,म्हारी आश पुराज्यो बापजी ओ म्हारा श्याम।
थे तो हो लखदाता माई बाप, लखदाता माई बाप, म्हारी झोली खाली क्यों रहवे जी बाबा श्याम।म्हारी आश पुराज्यो बापजी ओ म्हारा श्याम।
बाबा थांसे सांस सांस में आश,कोई थांसे सांस सांस में आश,म्हारी आश पुराज्यो बापजी ओ म्हारा श्याम।
थे तो बाबा हार्या रा हो मीत,हो जी हार्या रा हो मीत,म्हारी जीत कराज्यो जी ओ म्हारा श्याम।म्हारी आश पुराज्यो बापजी ओ म्हारा श्याम।
बाबा थांसे सांस सांस में आश,कोई थांसे सांस सांस में आश,म्हारी आश पुराज्यो बापजी ओ म्हारा श्याम।
धारण कर थे तीर कमान, ओ जी तीर कमान, लीले चढ़ आज्यो जी ओ जी म्हारा श्याम।म्हारी आश पुराज्यो बापजी ओ म्हारा श्याम।
बाबा थांसे सांस सांस में आश,कोई थांसे सांस सांस में आश,म्हारी आश पुराज्यो बापजी ओ म्हारा श्याम।
थे तो बाबा देव हो दातार, ओ जी देव हो दातार, मिनखा में म्हारो मान बड़ाजो जी बाबा श्याम।।म्हारी आश पुराज्यो बापजी ओ म्हारा श्याम।
बाबा थांसे सांस सांस में आश,कोई थांसे सांस सांस में आश,म्हारी आश पुराज्यो बापजी ओ म्हारा श्याम।