अघोरी बाबा कद म्हारी, अर्जी सुणोला ।।
जबसे सुनी महिमा थारे नाम की, मनड़ा में लगन लगा ली रे, दर्शन में पैदल पैदल आगी रे, अघोरी बाबा कद म्हारी, अर्जी सुणोला।।
बाबा की छतरी कांच की चुनाट्टू, उड़ता मडाट्टू दादुर मोरिया, जाली झरोखा लगवायू रे, अघोरी बाबा कद म्हारी, अर्जी सुणोला।।
सासुजी का बोल मारा कालजा में खटके, नणदल की बोली सु भरगी छाती रे, नणदल की बोली तू भरगी छाती रे, अघोरी बाबा कद म्हारी, अर्जी सुणोला।।
दौरानी जिठानी के दोई दोई खेले, म्हारे कदे ना लवण लागी रे, गोदी में झूला एक लालो, अघोरी बाबा कद म्हारी, अर्जी सुणोला।।
थारा लहरी बाबा याही है विनती, भक्ता की अर्जी सुनता आवो जी, अर्जी पर मर्जी करता रेवो जी, अघोरी बाबा कद म्हारी, अर्जी सुणोला।
अघोरी बाबा कद म्हारी,अर्जी सुणोला।।