तर्ज- मोरिया आछो बोल्यो री
कन्हैया आछी बजई जे, तू तो बांसुरी, गोपाला आछी बजई जे, तू तो बांसुरी, म्हारे हिवड़े में,
उठे रे हिलोर सांवरा, आछी बजई जे तू तो बांसुरी, कानुड़ा आछी बजई जे, तू तो बांसुरी ।।
कानुड़ा मैं तो दीवानी, थारे नाम की, तू तो मीठी रे मीठी, मुरली सुनाए सांवरा, आछी बजई जे तू तो बांसुरी, कानुड़ा आछी बजई जे, तू तो बांसुरी,
कानुड़ा मैं तो दीवानी. थारे नाम की, तू तो मीठी रे मीठी, मुरली सुनाए सांवरा, आछी बजई जे तू तो बांसुरी, कानुड़ा आछी बजई जे, तू तो बांसुरी,
कन्हैया राधा तो,सूती रंग रा महल में, गोपाला राधा तो, सूती रंग रा महल में। ज्या अखिया री, नींदडली उड़ाय सांवरा, आछी बजई जे तू तो बांसुरी। तू कानुड़ा आछी बजई जे, तू तो बांसुरी,
कानुड़ा थारी तो मुरली, मन मोह लियो, सुनकर नाचे म्हारे, हिवड़े रो मोर सांवरा, आछी बजई जे तू तो बांसुरी, कानुड़ा आछी बजई जे, तू तो बांसुरी ।।
कन्हैया नदी के किनारे, थारो गाँव रे,थारो गाँव रे,गोपाला नदी के किनारे, की बठे ठंडी ठंडीआवे रे हिलोर सांवरा, आछी बजई जे तू तो बांसुरी, कानुड़ा आछी बजई जे तू तो बांसुरी ॥
कन्हैया गोकुल में बाजे, थारी बासुरी, गोपाला गोकुल में बाजे, थारी बासुरी, वठे तो नाच रिया, नर और नार सांवरा, आछी बजई जे तू तो बांसुरी, कानुड़ा आछी बजई जे, तू तो बांसुरी ।।
कानुड़ा जादूभरी है, थारी बांसुरी, प्यारी लागे थारी, बंशी नंदकिशोर सांवरा, आछी बजई जे तू तो बांसुरी, कानुड़ा आछी बजई जे, तू तो बांसुरी ,
कन्हैया राधा तो सुन सुन, हो गयी बावरी, गोपाला राधा तो सुन सुन, हो गयी बावरी, वा तो छोड़ दिया है, घर और बार सांवरा, आछी बजई जे तू तो बांसुरी, कानुड़ा आछी बजई जे, तू तो बांसुरी ।।
कन्हैया आछी बजई जे, तू तो बांसुरी, गोपाला आछी बजई जे, तू तो बांसुरी, म्हारे हिवड़े में,उठे रे हिलोर सांवरा, आछी बजई जे तू तो बांसुरी, कानुड़ा आछी बजई जे, तू तो बांसुरी ।।