जग में कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी, भेद बताओ ब्रह्मचारी, माने बोल बताओ ब्रह्मचारी, कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी ।।
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव शंकर, तीनों ही मां का जाया, तीनों की ही मैं लागू स्त्री, तीनों ही गोद खिलाया, जग मे कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी ।।
अरे नहीं परिणी मैं नहीं कुंवारी, बेटा जन-जन हारी, अरे खाली मुंड को एक न छोड्यो, फिर भी अखंड कवारी, जग मे कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी ॥
पंडिता के घर पंडिताणि बाजू, सादा के घर मुसलमान घर बाजू विवङी, कलमा पङ पङ हारी, जग मे कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी ।।
कहत कबीर सुनो भाई साधो, यह पथ है निर्वाणी, इन पद की कोई करे खोजना, वो नर चतुर सुजानी, जग मे कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी ।।
जग में कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी, भेद बताओ ब्रह्मचारी, माने बोल बताओ ब्रह्मचारी, जग मे कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी ।।
अरे खाली मुंड को एक न छोड्यो,
फिर भी अखंड कवारी, जग मे कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी ।।
परणयो मारो झूले पालने, मैं ही झूलावन वाली, परणयो मारो झूले पालने, मैं झूलावन वाली, जग मे कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी ।।
जग में कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी, भेद बताओ ब्रह्मचारी, माने बोल बताओ ब्रह्मचारी, कौन पुरुष कौन नारी, माने भेद बताओ ब्रह्मचारी ।।