तर्ज- कस्मे वादे प्यार वफ़ा
कबसे निहारे राह तुम्हारी, खाटू वाले आ जाओ, धीर गंवाए आस हमारी, अब तो धीर बंधा जाओ, कबसे निहारे राह तुम्हारी, खाटु वाले आ जाओ।
जग के आगे आंसू छुपाते, होंठ हंसी की लेकर के, पर तेरे चरणों तक पहुंचे, आँख से आंसू बहकर के, शरणागत की लाज रखो तुम, आकर गले लगा जाओ, कबसे निहारे राह तुम्हारी, खाटु वाले आ जाओ।
शरणागत का लाज रखा तुम, आकर गले लगा जाओ, कबसे निहारे राह तुम्हारी, खाटु वाले आ जाओ।
क्या है अपने क्या है पराए, सबके ताने सहते है, खाटू वाला आएगा, हम तो ये सबसे कहते है, हारों का साथी है तू, हम हारे हमें जीता जाओ, कबसे निहारे राह तुम्हारी, खाटु वाले आ जाओ।
एक तेरी उम्मीद है बाबा, तेरा एक भरोसा है, ‘गोलू’ जैसे ना जाने, कितनो को तुमने पोसा है, मेरा भरोसा हार ना माने, आकर जीत दिला जाओ, कबसे निहारे राह तुम्हारी, खाटु वाले आ जाओ।
कबसे निहारे राह तुम्हारी, खाटू वाले आ जाओ, धीर गंवाए आस हमारी, अब तो धीर बंधा जाओ, कबसे निहारे राह तुम्हारी, खाटु वाले आ जाओ ।