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श्याम भजन लिरिक्स

Jhume jhume ji bhagat matwala banke,झूमे झूमे जी भगत, मतवाला बनके,shyam bhajan

झूमे झूमे जी भगत, मतवाला बनके,



तर्ज- अंजन की सिटी में

झूमे झूमे जी भगत, मतवाला बनके, मतवाला बनके, श्याम दरबार में अमृत बरसे, श्याम दरबार में अमृत बरसें ।



तन की सुध ना मन की सुध है, जिसको देखूं वो बेसुध है, पीले पीले रे श्याम रस, प्याला छलके, श्याम दरबार में अमृत बरसें।



मस्ती ऐसी बरस रही है, लगता है बस स्वर्ग यही है, देखो देखो रे मस्ती, अलबेली बरसे, श्याम दरबार में अमृत बरसें।

श्याम कुटुंब में शामिल होजा, श्याम प्रभु की धुन में खो जा, ‘नंदू’ करे रे गुणगान, पूरा पागल बनके, श्याम दरबार में अमृत बरसें।



झूमे झूमे जी भगत, मतवाला बनके, मतवाला बनके, श्याम दरबार में अमृत बरसे, श्याम दरबार में अमृत बरसें।

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