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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Bhole le chal apne sath akeli ghar ghabraungi,भोले ले चल अपने साथ अकेली घर घबराऊँगी,shiv bhajan

भोले ले चल अपने साथ अकेली घर घबराऊँगी,



भोले ले चल अपने साथ अकेली घर घबराऊँगी,
घर घबराऊँगी रे भोले घर घबराऊँगी।



रोज सवेरे उठ कर भोले जल भर लाऊंगी,
भोले आप करे स्नान मैं धीरे धीरे जल भर लाऊंगी,
घर घबराऊँगी रे भोले घर घबराऊँगी,
भोले ले चल अपने साथ अकेली घर घबराऊँगी।



रोज सवेरे उठ कर भोले फुल तोड़ लाऊंगी,
भोले आप करे पूजा पाठ मैं धीरे धीरे हार बनाऊँगी,
घर घबराऊँगी रे भोले घर घबराऊँगी,
भोले ले चल अपने साथ अकेली घर घबराऊँगी।



रोज सवेरे उठ कर भोले भोजन बनाऊँगी,
भोले आप लगाए भोग मैं धीरे धीरे चवर ढूलाऊँगी,
घर घबराऊँगी रे भोले घर घबराऊँगी,
भोले ले चल अपने साथ अकेली घर घबराऊँगी।



रोज सवेरे उठ कर भोले बिस्तर लगाऊँगी,
भोले आप करो विश्राम मैं धीरे धीरे चरण दबाऊँगी,
घर घबराऊँगी रे भोले घर घबराऊँगी,
भोले ले चल अपने साथ अकेली घर घबराऊँगी।

भोले ले चल अपने साथ अकेली घर घबराऊँगी,
घर घबराऊँगी रे भोले घर घबराऊँगी।

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