दर्शन को हम तरसे, ओ भोले तेरे, दर्शन को हम तरसें, ओ भोले तेरे ।।
तेरे द्वार दीप जलाते, आये कई युग से, भक्ति भाव स्वीकारो मेरे, एक विनय तुमसे, दर्शन को हम तरसें, ओ भोले तेरे ।।दर्शन को हम तरसे, ओ भोले तेरे, दर्शन को हम तरसें, ओ भोले तेरे ।।
मांगे न हम हीरे मोती, शिव शंकर तुझसे, मांग रहे है किरपा तेरी, प्रभु कई जनमन से, दर्शन को हम तरसें, ओ भोले तेरे ।।दर्शन को हम तरसे, ओ भोले तेरे, दर्शन को हम तरसें, ओ भोले तेरे ।।
मांगे न हम हीरे मोती, शिव शंकर तुझसे, मांग रहे है किरपा तेरी, प्रभु कई जनमन से, दर्शन को हम तरसें, ओ भोले तेरे ।।दर्शन को हम तरसे, ओ भोले तेरे, दर्शन को हम तरसें, ओ भोले तेरे ।।
चांद सितारे ये कैलाशी, मांगे न तुझसे, ‘राजेंद्र’ को ऐसा वर दे, तू हिरदय बीच बसे, दर्शन को हम तरसें, ओ भोले तेरे ।।दर्शन को हम तरसे, ओ भोले तेरे, दर्शन को हम तरसें, ओ भोले तेरे ।।