तर्ज – बाबुल की दुआएं लेती जा
कभी फुर्सत हो तो सांवरिया, इस दास की कुटिया आ जाना, यह दास करे अरदास प्रभु, मेरे सोए भाग जगा जाना, कभी फुर्सत हो तो सांवरिया, इस दास की कुटिया आ जाना।।
जब भक्तों ने तुझे पुकारा था, तु सबकी बिगड़ी बनाई थी, उपकार तुने खुब किये, तुने सबकी झोली भर दी थी,
मैं बालक दाता तेरा हूं, मुझसे मुख तुम ना मोड़ना, यह दास करे अरदास प्रभु, मेरे सोए भाग जगा जाना, कभी फुर्सत हो तो सांवरिया, इस दास की कुटिया आ जाना।।
मुझे है यह भरोसा सांवरिया, तुम दास की कुटिया में आओगे, थोड़ी देर है पर अंधेर नहीं, विश्वास अटल मन डीगे नहीं, विनती यह ‘देव’ की तुम सुनना, थोड़ी जल्दी दाता तुम करना, मेरे मां पापा की इच्छा प्रभु, तुम जल्दी से पूरी करना, यह दास करे अरदास प्रभु, मेरे सोए भाग जगा जाना, कभी फुर्सत हो तो सांवरिया, इस दास की कुटिया आ जाना।।
कभी फुर्सत हो तो सांवरिया, इस दास की कुटिया आ जाना, यह दास करे अरदास प्रभु, मेरे सोए भाग जगा जाना, कभी फुर्सत हो तो सांवरिया, इस दास की कुटिया आ जाना।।