Categories
शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Bhole bhale damru wale nandi ke aswar sharan teri aa gaya,भोले भाले डमरू वाले, नंदी के असवार, शरण तेरी आ गया,shiv bhajan

भोले भाले डमरू वाले, नंदी के असवार, शरण तेरी आ गया,

तर्ज- संकट हरनी मंगल करनी

भोले भाले डमरू वाले, नंदी के असवार, शरण तेरी आ गया, तेरी शरण में आ गया, तेरी शरण में आ गया, भोले भाले डमरू वालें, नंदी के असवार, शरण तेरी आ गया।



जटाजूट में गंग तेरे, गल सोहे मुंडन माला, डम डम डमरू बाज रहा, हाथ त्रिशूल लिए भाला, कैलाशी काशी के वासी, जग के पालन हार, शरण तेरी आ गया, भोले भाले डमरू वालें, नंदी के असवार, शरण तेरी आ गया।

आक धतूरा भोग लगे, पीते भर भर भंग प्याला, भस्मी रमाए बैठे है, लिपटा है गल में काला, कर में बिच्छू चंद्र भाल पर, करता है उजियार, शरण तेरी आ गया, भोले भाले डमरू वालें, नंदी के असवार, शरण तेरी आ गया।



बाघम्बर को धार लिया, योगेश्वर है मतवाला, गिरिजा मैया संग सोहे, पुत्र तेरा है ढूंडाला, सुर नर देव मुनिवर किन्नर, करते है जयकार,शरण तेरी आ गया, भोले भाले डमरू वालें, नंदी के असवार, शरण तेरी आ गया।

भोले भाले डमरू वाले, नंदी के असवार, शरण तेरी आ गया, तेरी शरण में आ गया, तेरी शरण में आ गया, भोले भाले डमरू वालें, नंदी के असवार, शरण तेरी आ गया।

Leave a comment