तर्ज- मेरी विनती यही है राधा रानी ।
इतनी विनती करूँ मैं श्याम बाबा,
कृपा बरसाए रखना, कृपा बरसाए रखना,
तू है हारे का सहारा खाटू वाला,
चरणों में बिठाए रखना,
चरणों में बिठाए रखना,
इतनी विनती करू मैं श्याम बाबा,
कृपा बरसाए रखना,
तू ही हारों का बस एक सहारा, रिश्ता बनाए रखना,रिश्ता बनाए रखना,
जैसे शीश देके जित दिलाई,
विजेता तू बनाए रखना,
विजेता तू बनाए रखना, इतनी विनती करू मैं श्याम बाबा,कृपा बरसाए रखना,
कृपा बरसाए रखना।
बिना तेरे ना अपना गुजारा, तू साथ निभाए रखना, तू साथ निभाए रखना, जब तक चलते रहे ये साँसे, इस प्रेम को बनाए रखना, इस प्रेम को बनाए रखना, इतनी विनती करू मैं श्याम बाबा, कृपा बरसाए रखना, कृपा बरसाए रखना।
मैंने ज्योत जलाई श्याम तेरी, हवा से बचाए रखना, हवा से बचाए रखना, लागि श्याम श्री खाटू श्याम वाली, लगन ये लगाय रखना, लगन ये लगाय रखना, इतनी विनती करू मैं श्याम बाबा,कृपा बरसाए रखना,
कृपा बरसाए रखना।