तर्ज- इतनी शक्ति हमें देना दाता
क्यों घबराता देख के तूफान, तुझको पार लगाएगा बाबा, क्यों तू खुद को समझे अकेला, तेरा साथ निभाएगा बाबा, क्यों घबराता देख के तूफान, तुझको पार लगाएगा बाबा।
भरोसा किया तूने जिन पर, उसी ने भरोसे को तोड़ा, जो देखा मुसीबत को आते, हर एक ने है मुख तुझसे मोड़ा, वो देखेगा तुझपे मुसीबत, आँचल में छुपाएगा बाबा, क्यों तू खुद को समझे अकेला, तेरा साथ निभायेगा बाबा, क्यों घबराता देख के तूफान, तुझको पार लगाएगा बाबा।
आके बैठो बाबा के द्वारे, वो पढ़ लेगा दुःख तेरे सारे, ये बाबा तेरे दिल की जाने, वो आएगा तुझको बचाने, तू बनकर बालक पुकारे, गोदी में उठा लेगा बाबा, क्यों तू खुद को समझे अकेला, तेरा साथ निभायेगा बाबा, क्यों घबराता देख के तूफान, तुझको पार लगाएगा बाबा।
तेरे हाल पे वो ही थे हँसते, जो तेरे दिल में थे बसते, ये दुनिया है शतरंज प्यारे, लगाकर गले से ही ढसते, तू खुद का कर दे समर्पण, ‘किशोरी दास’ बनाएगा बाबा,क्यों तू खुद को समझे अकेला, तेरा साथ निभायेगा बाबा, क्यों घबराता देख के तूफान, तुझको पार लगाएगा बाबा।
क्यों घबराता देख के तूफान, तुझको पार लगाएगा बाबा, क्यों तू खुद को समझे अकेला, तेरा साथ निभाएगा बाबा, क्यों घबराता देख के तूफान, तुझको पार लगाएगा बाबा।