तर्ज- दूल्हे का सेहरा
हारे का सहारा बाबा श्याम है, खाटू में बना तेरा धाम है, तू मेरा श्याम है तू मेरा श्याम हैं, तू खाटू श्याम है तू खाटू श्याम है, हारें का सहारा बाबा श्याम है, खाटू में बना तेरा धाम है, पल भर में झोली तू भर देता है, अपने भक्तो की सुन लेता है, हारें का सहारा बाबा श्याम है, खाटू में बना तेरा धाम है ।।
कई जन्मो से बंधा, भक्ति का ये बंधन, थामा हैं हर बार ही, तूने मेरा दामन, कह रही हैं सांसे, कह रहा हैं मन, होठ हैं खामोश लेकिन, कह रही धड़कन,कह रही हैं सांसे, कह रहा हैं मन, होठ हैं खामोश लेकिन, कह रही धड़कन, मुश्किल भक्ति को, छुपाना लगता हैं, बाबा तेरा भक्त यही कहता है, हारें का सहारा बाबा श्याम है, खाटू में बना तेरा धाम है ।।
तेरे दर आया, मान ली जब हार,
हार गया जब बाबा, तूने अपनाया, ये तेरी दया तेरी करुणा हैं, मुझको तो बस, तेरा नाम जपना हैं, कहना हैं हर बार, यही कहना हैं, हारें का सहारा बाबा श्याम है, खाटू में बना तेरा धाम है ।।
भजनो में मैं रोज, तुझको भजता हूँ, तेरे दरबार में, सजदा करता हूँ, अब तैरा दरबार ही, मेरा ठिकाना हैं, गाना हैं बस यही, भजन गाना हैं, हारें का सहारा बाबा श्याम है, खाटू में बना तेरा धाम है ।।
हारे का सहारा बाबा श्याम है, खाटू में बना तेरा धाम है, तू मेरा श्याम है तू मेरा श्याम हैं, तू खाटू श्याम है तू खाटू श्याम है, हारें का सहारा बाबा श्याम है, खाटू में बना तेरा धाम है, पल भर में झोली तू भर देता है, अपने भक्तो की सुन लेता है, हारें का सहारा बाबा श्याम है.