तर्ज- चूड़ी जो खनकी हाथ में
बागा हाला मोरिया, ओल्यू सांवरिया री बहुत सताए, संदेशो पहुंचा दे, ओल्यू सांवरिया री बहुत सताए, संदेशो पहुंचा दे।
फागण जद भी आवे है, हिवड़ो भी हर्षावे है, उत्सव रो आनंद घणो, खुशियां ही खुशियां छावे है, पगलिया बाँधु पैंजनी रे, पगलिया बाँधु पैंजनी, जो तू सांवरिये से देय मिलाय, संदेशो पहुंचा दे।
छम छम करते जाजे तू, सांवरिये ने ल्याजे तू, साँची प्रीत निभा जे तू, मत ना देर लगा जे तू, सोना से मंडद्या चोंच ने रे, सोना से मंडद्या चोंच ने, जे तू सांवरिये री रटन लगाय, संदेशो पहुंचा दे।
और कहूँ के सब जाणे, मन री बातां पहचाने, बाबा जी से के छानी, ‘लहरी’ महिमा जग जानी, हिरा माणक मोतियां रे, हिरा माणक मोतियां, तने पहराऊं जो बाबा से मिलाय, संदेशो पहुंचा दे।
बागा हाला मोरिया, ओल्यू सांवरिया री बहुत सताए, संदेशो पहुंचा दे, ओल्यू सांवरिया री बहुत सताए, संदेशो पहुंचा दे।