मलिया तेरा द्वार पहाड़ा वालड़िये,
दे दर्शन इक वार पहाड़ा वालड़िये।।
जंगल जूहां पर्वत झरने,
आ पहुंचे हां असल टिकाने,
ओ साडी सुन पुकार पहाड़ा वालड़िये,
दे दर्शन इक वार पहाड़ा वालड़िये,
मलिया तेरा द्वार पहाड़ा वालड़िये…..
तू दुनिया ते तारे लख्खा,
डुबदे लोग उबारे लख्खा,
कर सानु भी पार पहाड़ा वालड़िये,
दे दर्शन इक वार पहाड़ा वालड़िये,
मलिया तेरा द्वार पहाड़ा वालड़िये…..
तू भगता दे संकट हरदी,
लहर बेहर इक पल विच करदी,
भरे तेरे भंडार पहाड़ा वालड़िये,
दे दर्शन इक वार पहाड़ा वालड़िये,
मलिया तेरा द्वार पहाड़ा वालड़िये…..
चन्न आखे माँ कर्म कमाना,
बच्चियां नू रास्ता दिखलाना,
ना करना इंकार पहाड़ा वालड़िये,
दे दर्शन इक वार पहाड़ा वालड़िये,
मलिया तेरा द्वार पहाड़ा वालड़िये…..
मलिया तेरा द्वार पहाड़ा वालड़िये,
दे दर्शन इक वार पहाड़ा वालड़िये।।