राधा करुणा की धार, प्रभु प्रेम नदिया, प्रभु प्रेम नदिया, प्रभु प्रेम नदिया, राधा करुणां की धार, प्रभु प्रेम नदिया।
करे करुणा महान, सदा भक्तन पर ध्यान, दुख हरे बार बार, प्रभु प्रेम नदिया, राधा करुणां की धार, प्रभु प्रेम नदिया।
देश भारत है नाम, जहां वृंदावन धाम, जिसकी महिमा अपार, प्रभु प्रेम नदिया, राधा करुणां की धार, प्रभु प्रेम नदिया।
जहाँ सोहे गिरिराज, बने भक्तन के काज, हरि रुप अवतार, प्रभु प्रेम नदिया, राधा करुणां की धार, प्रभु प्रेम नदिया।।
माधव कहत बिचार, नाम जपो बार बार, राधा माधव की बहार, प्रभु प्रेम नदिया, राधा करुणां की धार, प्रभु प्रेम नदिया।।
राधा करुणा की धार, प्रभु प्रेम नदिया, प्रभु प्रेम नदिया, प्रभ प्रेम नदिया।