तर्ज,बहुत प्यार करते हैं तुमसे सनम
पता श्याम प्यारे का, बता दो सख़ी री,
हमे प्यारे मोहन से मिला दो सख़ी री,,,
पता श्याम प्यारे का, बता दो सख़ी री।
नहीं हम कहेंगे, किसी से ये जाकर,
कसम चाहे जिसकी खिला दो सख़ी री,,,
पता श्याम प्यारे का,बता दो सख़ी री,
हमे प्यारे मोहन से मिला दो सख़ी री,,,
पता श्याम प्यारे का, बता दो सख़ी री।
गए जिन गलिन से, हमे उन गलिन में
बिछोना समझ कर बिछा दो सख़ी री,,,
पता श्याम प्यारे का,,बता दो सख़ी री,
हमे प्यारे मोहन से मिला दो सख़ी री,,,
पता श्याम प्यारे का, बता दो सख़ी री।
झलक तेरी पाने को, तरस गए नैना,
ज़रा प्यास इनकी बुझा दो सख़ी री,,,
पता श्याम प्यारे का,बता दो सख़ी री,
हमे प्यारे मोहन से मिला दो सख़ी री,,,
पता श्याम प्यारे का, बता दो सख़ी री।
ज़िन्दगी ख्वाबों में, गुज़र जाए सारी,
सँवारे की दुल्हन बना दो सख़ी री,,,
पता श्याम प्यारे का,बता दो सख़ी री,
हमे प्यारे मोहन से मिला दो सख़ी री,,,
पता श्याम प्यारे का, बता दो सख़ी री।
ज़रा श्याम प्यारे की, बाँसुरी में भरकर,
तराना बीज़न का सुना दो सख़ी री,,,
पता श्याम प्यारे का,बता दो सख़ी री,
हमे प्यारे मोहन से मिला दो सख़ी री,,,
पता श्याम प्यारे का, बता दो सख़ी री।