तर्ज,मुझे इश्क है तुम्ही से
तेरा गम रहे सलामत, मेरे दिल को क्या कमी है,
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है….
तेरा दर्द मेरा नग़मा, तेरा गम मेरी ख़ुशी है,
मुझे दर्द देने वाले, तेरी बंदा परवरी है,
तेरा ग़म रहें सलामत, मेरे दिल को क्या कमी है।यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है….
न अलम मेरा अलम है, न खुशी मेरी खुशी है,
जिस हाल में तू रखे, तेरी बंदा परवरी है,
तेरा गम रहे सलामत, मेरे दिल को क्या कमी है।यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है….
शबे गम की वेदना को, कोई मेरे दिल से पूछे,
तेरा नाम रटते रटते, जिसे सुबह हो गई है,
तेरा गम रहे सलामत, मेरे दिल को क्या कमी है।यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है….
तेरा गम रहे सलामत, मेरे दिल को क्या कमी है,
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है….