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श्याम भजन लिरिक्स

Hoke lile pe sawar karne bhakto ka udhhar khatu nagri se aaya hai mera baba shyam,होके लीलै पे सवार करने भक्तों का उद्धार खाटू नगरी से आया है मेरा बाबा श्याम,shyam bhajan

होके लीलै पे सवार करने भक्तों का उद्धार
खाटू नगरी से आया है मेरा बाबा श्याम ।

तर्ज,लेके पहला पहला प्यार

होके लीलै पे सवार करने भक्तों का उद्धार
खाटू नगरी से आया है मेरा बाबा श्याम ।



घोड़े पे बैठा बाबा, भक्तों की खातिर, याद करोगे दिल से, पल भर में हाजिर, मेरा साँवलिया सरकार करता सबका बेड़ा पार । खाटू नगरी से आया है मेरा बाबा श्याम ।।



ऐसी सुरतिया, कहीं ना मिलेगी, एक नजर डालोगे, नजर ना हटेगी, जिसने देख लिया एक बार उसको हो गया इससे प्यार। खाटू नगरी से आया है मेरा बाबा श्याम ।।



समझेगी दुनिया, समय आ रहा है। ‘बनवारी’ जो कुछ भी, समझा रहा है। ये है कलियुग का अवतार इसकी लीला अपरम्पार ।खाटू नगरी से आया है मेरा बाबा श्याम ।।

होके लीलै पे सवार करने भक्तों का उद्धार
खाटू नगरी से आया है मेरा बाबा श्याम ।

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