श्याम बाबा ने बुलाया है, हमको तो जाना है, हम पागल प्रेमियों का, खाटू में ठिकाना है, श्याम बाबा ने बुलाया हैं, हमको तो जाना है।
मेरे श्याम बुलाएँ जिसे, वो लोग निराले है, हम क्यूँ ना इतराएँ, हम खाटू वाले हैं, खाटू की धरती पे, जीवन ये बिताना है, श्याम बाबा ने बुलाया हैं, हमको तो जाना है।
दुनिया में ना जन्नत में, जो नज़ारा खाटू का, तीनो लोकों में बाजे डंका, मेरे श्याम बाबा का, खाटू की रज में मुझे, बन रज मिल जाना है, श्याम बाबा ने बुलाया हैं, हमको तो जाना है।
कोई चिंता सताए ना डर, श्याम बाबा जी के प्यारों को, श्याम करते है जिसकी फिकर, ना लगती नज़र उसको, ‘विकास’ को चौखट पे, जीना मर जाना है, श्याम बाबा ने बुलाया हैं, हमको तो जाना है।
श्याम बाबा ने बुलाया हैं, हमको तो जाना है, हम पागल प्रेमियों का, खाटू में ठिकाना है, श्याम बाबा ने बुलाया हैं, हमको तो जाना है।