मथुरा नगरी जावो तो सांवरिया, पाछा थे बेगा बेगा आंवोला।।
जावो तो सांवरिया म्हारो, हिवड़ो घणों तरसे, कब म्हाने दर्श दिखावो ला, मथुरा नगरी जावो तो साँवरिया, पाछा थे बेगा बेगा आंवोला।।
जावो तो सांवरिया म्हारो, मनड़ो घणो तरसे, कद थांरा दर्शन पावांला, मथुरा नगरी जावो तो साँवरिया,पाछा थे बेगा बेगा आंवोला।।
जावो तो सांवरिया म्हाने, नींद नहीं आवे, कुण म्हाने धीरज बंधावे ला, मथुरा नगरी जावो तो साँवरिया,
जाओ तो सांवरिया म्हाने, भोजन नहीं भावे, कुछ म्हाने आय जिमावेला, मथुरा नगरी जावो तो साँवरिया, पाछा थे बेगा बेगा आंवोला।।
जावो तो सांवरिया म्हाने, कहता जाईजो, म्हे थारे संग में जावां ला, मथुरा नगरी जावो तो साँवरिया, पाछा थे बेगा बेगा आंवोला।।
रवि सोढा प्रभु धारा गुण गावे, चरण शरण में आवां ला, मथुरा नगरी जावो तो साँवरिया, पाछा थे बेगा बेगा आंवोला।।