जो गणपति को घर में बिठाएगा उसका घर तीरथ बन जाएगा।
बोलो जय जय गणेश बोलो जय जय गणेश
गौरा मैया ने उबटन से लाला बनाया, अपनी शक्ति से गौरा ने जीवित कराया, और द्वारपाल बनाया कोई अंदर ना जाने पाया।बोलो जय जय गणेश बोलो जय जय गणेश
तभी गौरा से मिलने शिव शंकर जी आए। गौरा मैया नहाए कोई अंदर ना जाए। बालक हट जा ना वार सह पायेगा। तेरा काल त्रिशूल बन जाएगा।जो गणपति को घर में बिठाएगा उसका घर तीरथ बन जाएगा।
शिव ने त्रिशूल से धड़ को अलग कर दिया। अब तो गौरा काली का रूप धर लिया। अब तो धरती को वही बचा पाएगा, मेरे लाल को शीश जो लगाएगा।जो गणपति को घर में बिठाएगा उसका घर तीरथ बन जाएगा।
शिव ने गज को बुलाया शीश उसका लगाया। ये देख मां का मन हर्षाया तब बालक गजानंद कहलाया। सबके विघ्नों को दूर कर पाएगा, जो गणपति को घर में बिठाएगा।जो गणपति को घर में बिठाएगा उसका घर तीरथ बन जाएगा।