तर्ज – तुझको पुकारे मेरा प्यार
सुन लो मेरी भी एक बार, बाबा ले लो शरण में, इस गरीब को, सुन लों मेरी भी एक बार।
जुल्मों सितम की, बौछारों से दामन,
सहारा मिला ना, झूठे जगत में बाबा, रोता रहा मैं, भीगोता रहा मैं, हार के आया तेरे द्वार, बाबा ले लो शरण में, इस गरीब को, सुन लों मेरी भी एक बार।
मैंने सुना है, माझी तू जिसका है वो, डूबे नहीं नैया, भवर में फसा है, मेरा भी सफीला श्याम, बनो घर खिवैया, होगा मेरा भी बेड़ा पार, बाबा ले लो शरण में, इस गरीब को, सुन लों मेरी भी एक बार।
टूटना बिखरना, किस्मत मेरी है क्यों,
मुझे ये बता दो, ‘चोखानी’ को भी,
मिल जाए मंजिल, रस्ता दिखा दो, होगा बड़ा ही उपकार, बाबा ले लो शरण में, इस गरीब को,
सुन लों मेरी भी एक बार।
सुन लो मेरी भी एक बार, बाबा ले लो शरण में, इस गरीब को, सुन लों मेरी भी एक बार।