तर्ज, उस बासुरी वाले की
भक्तोंका यह रखवाला मां अहिलावती का लाला, हम सबका रखता ध्यान। जो शरण में इनकी आए उस को मिलता है सम्मान।
कहे खुद की शान है जाए भक्तों का मान बढ़ाएं। जो प्रेमी से प्रेम ना करते वह भगत ना इनको भाये। चाहे जितना जोर लगा ले ना उनको देते श्याम।जो शरण में इनकी आए उस को मिलता है सम्मान।
भक्तोंका यह रखवाला मां अहिलावती का लाला, हम सबका रखता ध्यान। जो शरण में इनकी आए उस को मिलता है सम्मान।
यह तीन बाण का धारी कलयुग का है अवतारी। सारे जग में डंका बजता महिमा है इनकी भारी। हारो को जीत दिलाए जो लगा के चरणों में जान। जो शरण में इनकी आए उस को मिलता है सम्मान।
भक्तोंका यह रखवाला मां अहिलावती का लाला, हम सबका रखता ध्यान। जो शरण में इनकी आए उस को मिलता है सम्मान।
खाटू का है यह राजा नहीं और कोई महाराजा। गिरतों को गले लगाए कहता है सबको आजा। संजय भी दर तेरे जाता तेरा खूब करे गुणगान।
भक्तोंका यह रखवाला मां अहिलावती का लाला, हम सबका रखता ध्यान। जो शरण में इनकी आए उस को मिलता है सम्मान।