कृष्ण नाम कही लीजे,
रे मन कृष्ण नाम कही लीजे,
गुरु के वचन अटल करि मानहिं,
साधू समागम कीजै,
रे मन कृष्ण नाम कही लीजै।
पढ़िए गुनिये भगति भागवद,
और कहाँ कथि कीजै,
कृष्ण नाम बिनु जनम बाद ही,
बिरथा काहे जीजे,
रे मन कृष्ण नाम कही लीजै।
कृष्ण नाम रस बहयो जात है,
तृषावंत है पिजे,
रे मन कृष्ण नाम कही लीजै।
सूरदास हरी शरण ताकिए,
जनम सफल करि लीजे,
रे मन कृष्ण नाम कही लीजै।
कृष्ण नाम कही लीजे,
रे मन कृष्ण नाम कही लीजे,
गुरु के वचन अटल करि मानहिं,
साधू समागम कीजै,
रे मन कृष्ण नाम कही लीजै।