तर्ज, गोवर्धन महाराज ओ राज
मेरी शेरों वाली मां” ओ मां,
भगतों की झोलियाँ भर देना…..
तेरा कण कण नूर समाया है,
सृष्टि को तूने बचाया है,
मेरी ज्योतावाली मां” ओ मां””
भगतों की झोलियाँ भर देना…..
तेरे नाम की महिमा भारी है,
सारी दुनिया तेरी पुजारी है,
मेरी पहाड़ा वाली मां”” ओ मां””
भगतों की झोलियाँ भर देना…..
हमको शरणागत ले लीजै,
ममता का साया दे दीजै,
मेरी खप्पर वाली मां” ओ मां””
भगतों की झोलियाँ भर देना…..
बच्चों को माता पालती है.
चोखानी मां ही संभालती है.
मेरी लाटां वाली मां”” ओ मां””
भगतों की झोलियाँ भर देना…..