तर्ज – तेरी उम्मीद तेरा इंतजार
मेरे कर्मों का लेखा, दर पे तेरे लाया है, बड़ी किस्मत से श्याम, तेरा द्वार पाया है, बडी किस्मत से श्याम, तेरा द्वार पाया है।
दिल में लाखो ही गम छुपाए है, मैंने सबको यहाँ दिखाए है, पर कही इनकी ना दवा पाई, हार कर तेरे दर पर आई है, हार कर तेरे दर पर आई है, देख कर मैंने तुझको, सारा गम भुलाया है,
बडी किस्मत से श्याम, तेरा द्वार पाया है।
दीन दुखियों का तू ही साथी है, सारी दुनिया मुझे बताती है, मैंने भी डोर अपने जीवन की, तेरे हाथों में अब थमा दी है, तेरे हाथों में अब थमा दी है, तूने ना जाने कितनो को, गले लगाया है, बडी किस्मत से श्याम, तेरा द्वार पाया है।
छोड़कर श्याम तेरी चौखट को, मैं कही भी ना जाउंगी अब तो, अब यही जीना यही मरना है, ‘शर्मा’ दिल की बताता है तुमको, ‘शर्मा’ दिल की बताता है तुमको, तेरी चौखट पे बड़ा, चैन सुकून पाया है,बडी किस्मत से श्याम, तेरा द्वार पाया है।
मेरे कर्मों का लेखा, दर पे तेरे लाया है, बड़ी किस्मत से श्याम, तेरा द्वार पाया है, बडी किस्मत से श्याम, तेरा द्वार पाया है।