तर्ज, तुम्ही मेरे मंदिर
बीच भंवर में नैया हमारी, हमें श्याम प्यारे जरुरत तुम्हारी, हमें श्याम प्यारे जरुरत तुम्हारी।
तेरा है भरोसा तेरा आसरा है, इतना तो प्यारे तुम्हे भी पता है, सब जानते हो हे चक्रधारी, हमें श्याम प्यारे जरुरत तुम्हारी।
तेरे सिवा में किसको बुलाऊँ, किसपे मैं अपना जोर चलाऊँ, झूठा दिखावा है ये दुनियादारी, हमें श्याम प्यारे जरुरत तुम्हारी।
तुम्हे ही पुकारूँ बाट निहारूं, पल पल मैं तेरा नाम उचारूं, तुम्ही पे टिकी है नजरें हमारी, हमें श्याम प्यारे जरुरत तुम्हारी।
विश्वास मेरा टूटे ना स्वामी, विनती यही है ना हो बदनामी, ‘बिन्नू’ से तेरी पुरानी है यारी, हमें श्याम प्यारे जरुरत तुम्हारी।
बीच भंवर में नैया हमारी, हमें श्याम प्यारे जरुरत तुम्हारी, हमें श्याम प्यारे जरुरत तुम्हारी।