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श्याम भजन लिरिक्स

Na tum sa hai dani koi,ना तुम सा है दानी कोई, ना तुम सा है साथी कोई,shyam bhajan

ना तुम सा है दानी कोई, ना तुम सा है साथी कोई,

तर्ज,जग घूमिया तेरे जैसा ना कोई

ना तुम सा है दानी कोई, ना तुम सा है साथी कोई,
हो जिसको सहारा ना, श्याम उसका सहारा तू ही,
जग घुमिया ना थारे जैसा ना कोई………



श्याम के दर पे लाता जो भी झोली खाली है,
बगिया की जिसकी बनता श्याम मेरा माली है,
छाती है बहार वहां आती खुशहाली है,
बगिया की जिसकी बनता श्याम मेरा माली है,
वो खाटू वाला श्याम जहां,
ना वहां परेशानी कोई, रहे गम कोई ना वहां,
जहां जय श्री श्याम कहीं, जय जय श्री श्याम कहना,
जग घुमिया ना थारे जैसा ना कोई……..



शीश का है दानी बाबा तीन बाण धारी है,
डूबते की नैया तुमने पार उतारी है,
चरणों में रखना मुझको बाबा तुम अपने,
भक्तों के तेरे बाबा यही बस सपने,
ना तुम सा है दानी कोई, ना तुम सा है साथी कोई,
तुमसे बस यही कहना,
जग घुमिया ना थारे जैसा ना कोई,
जग घुमिया ना थारे जैसा ना कोई……

ना तुम सा है दानी कोई, ना तुम सा है साथी कोई,
हो जिसको सहारा ना, श्याम उसका सहारा तू ही,
जग घुमिया ना थारे जैसा ना कोई………

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