बधैया बाजे
बधैया बाजे आंगने में बधैया बाजे ..
राम लखन शत्रुघन भरत जी झूलें कंचन पालने में .
बधैया बाजे आंगने में बधैया बाजे ..
राजा दसरथ रतन लुटावै लाजे ना कोउ माँगने में .
बधैया बाजे आंगने में बधैया बाजे ..
प्रेम मुदित मन तीनों रानी सगुन मनावैं मन ही मन में .
बधैया बाजे आंगने में बधैया बाजे ..
राम जनम को कौतुक देखत बीती रजनी जागने में
बधैया बाजे आंगने में बधैया बाजे ..
बधैया बाजे
बधैया बाजे आंगने में बधैया बाजे ..