मैं बनके मोर रंगीला बरसाने फिरू अकेला….
बागों में फिरू मालन से कहूं,
फूलों के हार बनाना मेरी राधा को जाए सजाना,
मैं बनके मोर रंगीला…..
तालों पे फिरू धोबिन से कहूं,
साड़ी को धोए सुखाना मेरी राधा को जाए पहनाना,
मैं बनके मोर रंगीला…..
पनघट पर फिरू गोपियों से कहूं,
जल की गगरी भर लाना मेरी राधा को जाए निहलाना,
मैं बनके मोर रंगीला…..
घर-घर में फिरू रानियों से कहूं,
अच्छे पकवान बनाना मेरी राधा को जाए खिलाना,
मैं बनके मोर रंगीला…..
गलियों में फिरू सखियों से कहूं,
राधा के महल को जाना उसे वृंदावन ले आना,
मैं बनके मोर रंगीला…..
महलों में फिरू मैया से कहूं,
मेरी राधा से मिल आना उसे अपनी बहू बनाना,
मैं बनके मोर रंगीला…..