भक्तों के हर कष्ट मिटाए, श्याम प्रभु की ज्योति, तुझे हर चिंता से मुक्त करेगी, मेरे श्याम प्रभु की ज्योति, तेरे संकट ये हर लेगी, श्याम प्रभु की ज्योति, श्याम प्रभु की ज्योति ।
श्याम बहादुर आलूसिंह जी, ने ये रीत चलाई, श्याम प्रभु से मिलने की ये, सबसे सरल उपाई, मन का अँधेरा दूर भगाए, मेरे श्याम प्रभु की ज्योति, तेरे संकट ये हर लेगी, श्याम प्रभु की ज्योति, श्याम प्रभु की ज्योति।
रंक या राजा जिसने भी, बाबा की ज्योत जगाई, श्याम प्रभु ने आकर के, उसे अपनी झलक दिखाई, ये ऊंच नीच का भेद मिटाए, मेरे श्याम प्रभु की ज्योति, तेरे संकट ये हर लेगी, श्याम प्रभु की ज्योति, श्याम प्रभु की ज्योति।
ना ही चढ़ाओ अन्न और धन तुम, ना हिरे ना मोती, ये ज्योति बस मांगे ‘माधव’, पापों की आहुति,
ये क्रोध अहम् का भोग लगाए, मेरे श्याम प्रभु की ज्योति, तेरे संकट ये हर लेगी, श्याम प्रभु की ज्योति, श्याम प्रभु की ज्योति।
भक्तों के हर कष्ट मिटाए, श्याम प्रभु की ज्योति, तुझे हर चिंता से मुक्त करेगी, मेरे श्याम प्रभु की ज्योति, तेरे संकट ये हर लेगी, श्याम प्रभु की ज्योति, श्याम प्रभु की ज्योति।