मैंने तेरे ही भरोसे हनुमान,
सागर में नैया डाल दई।
काहे की या नाव बनाई, काहे की पतवार, रामा काहे की लगा दी जंजीर, सागर में नैया डार दई, मैने तेरे ही भरोसे हनुमान, सागर में नैया डाल दई।
राम नाम की नाव बनाई, भक्ति की पतवार, ओ रामा ज्ञान की लगा दी जंजीर, सागर में नैया डार दई, मैने तेरे ही भरोसे हनुमान, सागर में नैया डाल दई।
कौन सखी वामें बैठनहारे, कौन है खेवनहार, रामा कौन लगाहे बेड़ा पार, सागर में नैया डार दई, मैने तेरे ही भरोसे हनुमान, सागर में नैया डाल दई।
सीता मैया बैठनहारी, लक्ष्मण खेवनहार, मोरे राम जी लगावे बेड़ा पार, सागर में नैया डार दई, मैने तेरे ही भरोसे हनुमान, सागर में नैया डाल दई।
तुलसीदास आस रघुवर की, चरणन में बलिहार, मोरे बालाजी लगाहे बेडा पार,सागर में नैया डार दई, मैने तेरे ही भरोसे हनुमान, सागर में नैया डाल दई।
मैंने तेरे ही भरोसे हनुमान,
सागर में नैया डाल दई।