कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे। दहलीज घर की बाबा तुम्हें ही पुकारे।कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे।
ना चाहे धन दौलत बाबा,जिसको मिले तेरा प्यार।अहम नजर की तेरी पड़े तो हो जाए उद्धार।बिगड़े मुकद्दर तुमने संवारे।कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे।
कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे। दहलीज घर की बाबा तुम्हें ही पुकारे।कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे।
आंखों में बस एक ही सपना,रखते हैं बेखबर।सारे जहां में निकले वो बाबा हो तेरा दर।सांस हो पूरी तेरे द्वारे।कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे।
कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे। दहलीज घर की बाबा तुम्हें ही पुकारे।कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे।
कितने भी हो तेज भंवर और कितने भी मझधार। नईया वह डूबेगी कैसे जिसको करे तूं त्यार।नरसी तो तेरी राह निहारे।कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे।
कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे। दहलीज घर की बाबा तुम्हें ही पुकारे।कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे।
कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे। दहलीज घर की बाबा तुम्हें ही पुकारे।कभी तो पधारो श्याम अंगना हमारे।