नाम लेते ही बन जाते हैं मेरे बिगड़े काम। मेरे खाटू वाले श्याम धनी मेरे खाटू वाले श्याम।
कृपा जो इनकी हो जाए बन जाए रंक से राजा। दीन दुखी और निरबल के लिए खुला है यह दरवाजा। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺शीश के दानी मेरे बाबा का यह पावन धाम।मेरे खाटू वाले श्याम धनी मेरे खाटू वाले श्याम।
नाम लेते ही बन जाते हैं मेरे बिगड़े काम। मेरे खाटू वाले श्याम धनी मेरे खाटू वाले श्याम।
लगा हुआ दरबार श्याम का आकर अर्जी लगा ले। मुंह मांगा फल श्याम धनी से आकर के तु पाले। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हारे को मिल जाए सहारा लेकर इनका नाम। मेरे खाटू वाले श्याम धनी मेरे खाटू वाले श्याम।
नाम लेते ही बन जाते हैं मेरे बिगड़े काम। मेरे खाटू वाले श्याम धनी मेरे खाटू वाले श्याम।
नाम लेते ही बन जाते हैं मेरे बिगड़े काम। मेरे खाटू वाले श्याम धनी मेरे खाटू वाले श्याम।